🦷 Dental Probiotic Supplements: ये क्या हैं और आपके मुंह को इनकी क्यों ज़रूरत है?
डेंटल प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स ऐसे हेल्थ सप्लीमेंट्स होते हैं जिनमें अच्छे बैक्टीरिया (Probiotics) होते हैं जो आपके मुंह के हेल्दी माइक्रोबायोम को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये सप्लीमेंट्स पाउडर, टैबलेट या लोज़ेंज़ (चूसने वाली गोलियां) के रूप में मिलते हैं।
हमारे मुंह में हज़ारों तरह के बैक्टीरिया होते हैं – कुछ अच्छे और कुछ खराब। जब खराब बैक्टीरिया ज़्यादा हो जाते हैं, तब दांतों में कैविटी, सांसों की बदबू, मसूड़ों की सूजन और ओरल इंफेक्शन जैसे प्रॉब्लम्स शुरू हो जाते हैं। डेंटल प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाते हैं और बैड बैक्टीरिया को कंट्रोल करते हैं।
इनका नियमित उपयोग ओरल हाइजीन को बेहतर बनाता है, सांसों को ताज़ा रखता है, मसूड़ों की सूजन कम करता है और दांतों को मजबूत बनाता है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो बार-बार ओरल इंफेक्शन से परेशान रहते हैं।

🦷 डेंटल प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स के प्रकार
- लोज़ेंज़ (Lozenges) – चूसने वाली गोलियां
ये सबसे कॉमन फॉर्म है। इसे धीरे-धीरे मुंह में चूसने से प्रोबायोटिक बैक्टीरिया सीधे मुँह में एक्टिव होते हैं और ओरल हेल्थ को सुधारते हैं। च्यूएबल टैबलेट्स (Chewable Tablets)
चबाने वाली गोलियां भी डेंटल प्रोबायोटिक्स का आसान रूप हैं। यह बच्चों और बड़ों दोनों के लिए उपयोगी होती हैं।माउथस्प्रे (Oral Probiotic Spray)
स्प्रे फॉर्म में प्रोबायोटिक्स सीधे जीभ, गले और मसूड़ों पर डाला जाता है जिससे तेज असर मिलता है। यह सांसों की बदबू के लिए खासतौर पर उपयोगी है।पाउडर फॉर्म (Powder Probiotics)
पाउडर को पानी या किसी ड्रिंक में मिलाकर सेवन किया जाता है। कुछ पाउडर फॉर्म ऐसे होते हैं जो सीधे मुंह में डालकर रखे जाते हैं।गम्स (Probiotic Gums)
च्युइंग गम्स जो प्रोबायोटिक्स से युक्त होते हैं, धीरे-धीरे बैक्टीरिया को मुंह में रिलीज़ करते हैं।टूथपेस्ट में प्रोबायोटिक्स (Probiotic Toothpaste)
अब कुछ टूथपेस्ट ब्रांड्स प्रोबायोटिक्स से इन्फ्यूज़ होते हैं जो रोज़ाना ब्रशिंग के साथ ओरल हेल्थ को बेहतर करते हैं।
🦷 डेंटल प्रोबायोटिक्स के उदाहरण
1. BLIS M18 (Streptococcus salivarius M18)
यह सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला ओरल प्रोबायोटिक स्ट्रेन है।
कैविटी, प्लाक और मसूड़ों की सूजन को कम करने में सहायक है।
2. BLIS K12 (Streptococcus salivarius K12)
यह गले के संक्रमण, टॉन्सिल और सांसों की बदबू से बचाव करता है।
इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
3. Lactobacillus reuteri
मसूड़ों की सूजन (Gingivitis) और पीरियोडोंटाइटिस जैसी समस्याओं में उपयोगी है।
यह ओरल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है।
4. Lactobacillus paracasei
दांतों पर कैविटी बनाने वाले बैक्टीरिया को कम करता है।
प्लाक बनने से रोकता है।
5. Lactobacillus rhamnosus
यह मुंह की बैक्टीरियल हेल्थ को सपोर्ट करता है और बच्चों के दांतों के लिए भी सुरक्षित है।
🦷 डेंटल प्रोबायोटिक्स - उपयोग कैसे करें?
- रोज़ाना 1-2 लोज़ेंज़ चूसें (खाली पेट नहीं)
- खाने के बाद या ब्रश करने के बाद लें
- नियमित उपयोग से 2–4 सप्ताह में असर दिखता है
निष्कर्ष:
अगर आप अपने मुंह की सेहत को नेचुरली बेहतर बनाना चाहते हैं, तो डेंटल प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स एक स्मार्ट और सुरक्षित विकल्प हो सकते हैं।